Sunday, January 22, 2012

तेरी हर जुस्तुजू ....!!




तेरी हर जुस्तुजू, तेरी हर गुफ्तुगू तेरे न होने के बाद याद आती है,
है मेहरवा तेरी मोहब्बत इन यादों पे इतनी,की हर याद तेरी आँखों के बारिश के बाद आती है !!   

सोचता हूँ फिर, काश ख़त्म हो जाये ये यादों का सिलसिला,
आ जाये कहीं से वो पास मेरे ओर कहे मुझसे दिल मिला,
पर होता नहीं है ये,
आँखे खुलने के बाद ख्यालों से हर बार वो चाँद के पार होती है,
  
तेरी हर जुस्तुजू, तेरी हर गुफ्तुगू तेरे न होने के बाद याद आती है,

है ये गुज़ारिश मेरे हमनवा तुझसे इतना,
हो कभी बारिश तेरे आँगन में तो भींग के देखना,
तुझे छूने वाली हर बूंद में मेरे अश्कों के होने का एहसास होगा,
तेरे जिस्म पे गिर के सब कुछ खोने के बाद भी, उन बूंदों को तेरा ही प्यास होगा, 
अजीब है ये तेरी मोहब्बत, जो तुझसे दूर होकर भी तुझ पे मिटने की ख्याल लाती है

तेरी हर जुस्तुजू, तेरी हर गुफ्तुगू तेरे न होने के बाद याद आती है,
है मेहरवा तेरी मोहब्बत इन यादों पे इतनी,की हर याद तेरी आँखों के बारिश के बाद आती है !!

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